ये 14 हैं परदे के पीछे के विश्व विजेता, राहुल द्रविड़ की टीम ने ऐसे बनाया रोहित सेना को चैंपियन

टीम इंडिया 17 साल बाद टी20 की वर्ल्ड चैंपियन बन गई है। साउथ अफ्रीका को हराकर भारत ने यह खिताब जीता। चैंपियन बनने के बाद टीम इंडिया वापस भारत भी लौट चुकी है। जीत के बाद खिलाड़ियों के साथ ही कोच राहुल द्रविड़ की चर्चा खूब हो रही है। लेकिन इंडियन ट

4 1 14
Read Time5 Minute, 17 Second

टीम इंडिया 17 साल बाद टी20 की वर्ल्ड चैंपियन बन गई है। साउथ अफ्रीका को हराकर भारत ने यह खिताब जीता। चैंपियन बनने के बाद टीम इंडिया वापस भारत भी लौट चुकी है। जीत के बाद खिलाड़ियों के साथ ही कोच राहुल द्रविड़ की चर्चा खूब हो रही है। लेकिन इंडियन टीम का स्पोर्ट स्टाफ काफी बड़ा है। इन्होंने पर्दे के पीछे से टीम को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई है। हम आपको टीम इंडिया के सपोर्ट स्टााफ के सदस्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।

राहुल द्रविड़ (हेड कोच)

राहुल द्रविड़ (हेड कोच)

राहुल द्रविड़ भारतीय टीम के हेड कोच हैं। टीम इंडिया की कप्तानी कर चुके द्रविड़ का टी20 वर्ल्ड कप 2024 हेड कोच के रूप में आखिरी टूर्नामेंट था।

विक्रम राठौर (बैटिंग कोच)

विक्रम राठौर (बैटिंग कोच)

बैटिंग कोच विक्रम राठौर भी टीम इंडिया के लिए खेल चुके हैं। वह रवि शास्त्री के कार्यकाल के दौरान भी बल्लेबाजी कोच की भूमिका में थे।

पारस महाम्ब्रे (बॉलिंग कोच)

पारस महाम्ब्रे (बॉलिंग कोच)

मुंबई के पूर्व तेज गेंदबाज पारस महाम्ब्रे भारतीय टीम के बॉलिंग कोच हैं। भारत के लिए उन्होंने दो टेस्ट और तीन वनडे खेले हैं। राहुल के हेड को बनने के बाद वह बॉलिंग कोच बने थे।

दी दिलीप (फील्डिंग कोच)

दी दिलीप (फील्डिंग कोच)

दी दिलीप भारतीय सपोर्ट स्टाफ के सबसे फेमस चेहरों में शामिल हैं। फील्डिंग मेडल अवॉर्ड के वीडियो में वह दिखते हैं। उनका कोई क्रिकेटिंग बैकग्राउंड नहीं हैं। वह एक समय बच्चों को मैथ की ट्यूशन दिया करते थे।

सोहम देसाई (स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग)

सोहम देसाई (स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग)

स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच का काम खिलाड़ियों की फिटनेस को बेहतर करना होता है। पूरी टीम के लिए प्रशिक्षण ट्रेनिंग सेशन का आयोजन करवाते हैं।

दिलशेर खन्ना (टीम मैनेजर)

दिलशेर खन्ना (टीम मैनेजर)

दिलशेर खन्ना टी20 वर्ल्ड कप 2024 के दौरान भारतीय टीम के मैनेजर थे। वह पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव भी हैं।

रघु, दया और नुवान (थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट)

रघु, दया और नुवान (थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट)

रघु, दया और नुवान को भारतीय खिलाड़ी कई मौकों पर अपने प्रदर्शन का क्रेडिट दे चुके हैं। ये दोनों थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट हैं। इसके बाद 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से थ्रो डाउन करने की क्षमता है। इससे भारतीय खिलाडि़यों को अच्छी प्रैक्टिस का मौका मिलता है। नुवान श्रीलंका के हैं।

हरि प्रसाद मोहन (वीडियो एंड डाटा एनलिस्ट)

हरि प्रसाद मोहन (वीडियो एंड डाटा एनलिस्ट)

आज के समय क्रिकेट में वीडियो और डाटा का अहम रोल होते हैं। इसी के हिसाब से टीम विपक्षी टीम के खिलाफ प्लानिंग करती है। हरि प्रसाद मोहन टीम इंडिया में वीडियो एंड डाटा एनलिस्ट की भूमिका निभाते हैं।

कमलेश जैन और योगेश परमार (फिजियो)

कमलेश जैन और योगेश परमार (फिजियो)

कमलेश जैन और योगेश परमार टीम इंडिया के फिजियो हैं। इन मैच केदौरान मैदान पर भी देखा जाता है। जब किसी खिलाड़ी को मैच के दौरान चोट लगती है तो यह उपचार देने के लिए आते हैं।

अरुण कनाडे और राजीव कुमार (मसाज थेरेपिस्ट)

अरुण कनाडे और राजीव कुमार (मसाज थेरेपिस्ट)

अरुण कनाडे और राजीव कुमार मसाज थेरेपिस्ट के रूप में भारतीय टीम के सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा हैं। मैच के बाद खिलाड़ियों की रिकवरी में ये अहम रोल निभाते हैं।

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

MP: सामने गाइड रखकर खुलेआम नकल करते रहे छात्र, पहरा देते रहे शिक्षक, CCTV से खुली पोल

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now